आशिक ने लिखा
''अपने खून की स्याही से
यह प्रेम पत्र लिख रहा हूँ
इसे स्याही न समझना
अपना इश्क अपने दिल के टुकड़े पर
लिख कर इजहार कर रहा हूँ
इसे कागज़ मत समझना
तुम मुझे प्रेम कर आजमा लो''
लौटती डाक से जवाब आया
''अपना खून चेक करवा लो
ख़त में सब लिखा हुआ
नीली स्याही जैसा लगता है
हस्ताक्षर हैं काली स्याही जैसे
ताज्जुब है कि तुम्हारा दिल भी
कागज की तरह लगता है
दूसरा ख़त बाद में लिखना
पहले अपना इलाज करवा लो
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खुशी हो या गम-हिंदी शायरी
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*अपनी धुन में चला जा रहा थाअपने ही सुर में गा रहा थाउसने कहा‘तुम बहुत अच्छा
गाते होशायद जिंदगी में बहुत दर्दसहते जाते होपर यह पुराने फिल्म...
16 years ago
1 comment:
बहुत बढिया!!
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